संवाददाता
श्रवण विष्नोई
मायलावास के निकटवर्ती फूलन गांव में रविवार को विराट जाम्भाणी हरिकथा का आगाज मंगल आरती के साथ हुआ। कथा के दौरान आचार्य सुदेवानंद महाराज ने भक्तो को सम्भोधित करते हुए कहा कि आधुनिक युग में विज्ञान चकाचोंध के बावजूद हमे अपने बच्चो में धार्मिक और सनातन संस्कारों का कंलकरन करना चाहिए, तांकि वे अपनी संस्कर्ति से परिचित हो सके। उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत कथा में ज्ञान का अथाह भंडार है। जो सभी समस्या का समाधान करने में सक्षम हे।
आचार्य ने कहा है कि कोई इस दुनिया में तन से दुःखी हे, कोई मन से तो धन बिना दुःखी हे। इस जगत में कोई सुखी हे तो वो भगवान का दास। उन्होंने कहा कि सुख परमात्मा के नाम में ही है। इस जिंदगी का क्या भरोसा ये तो किसी का साथ हर दम नहीं देती। उन्होंने ने कहा है कि क्रोध और आवेश में मनुष्य कही तरह के भर्म पाल के बैठता हे। इस दौरान मंदिर कमेटी के हरलाल वरड़, विरधाराम खावा, आसुराम कावा, मालाराम गोदारा, सुखराम वरड़ सहित ग्रामीण मौजूद थे।
No comments:
Post a Comment