संवाददाता
विनोद खिचड़
बिश्नोई न्यूज नेटवर्क
श्रीगंगानगर,
बिश्नोई मंदिर श्रीगंगानगर में श्री गुरु जम्भवाणी जन जागृति मंच एवं बिश्नोई महासभा श्रीगंगानगर के सयुंक्त तत्वाधान में शब्दवाणी एवं पर्यावरण सरक्षण पर संगोष्ठी आयोजित की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जम्भवाणी साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ. कृष्णलाल देहडू ने कहा कि गुरुमहाराज जाम्भोजी के पर्यावरण के प्रति जो विचार थे उनको आज का विज्ञान मानता है व पूरा विश्व बिगड़ते पर्यावरण को लेकर चिंतित है व पेड़ पौधे लगाने को लेकर गम्भीर है । संगोष्ठी में एडवोकेट रविंद्र सीगड़ ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए श्रीगुरु जाम्भोजी की सबदवाणी के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार एवं पर्यावरण व जीवों के संरक्षण पर जोर देने की बात कहा। अश्वनी तरड़ ने समाज में व्याप्त पाखण्ड, कुरीतियो, अंधविस्वास को त्यागने तथा वैज्ञानिक शिक्षा अपनाने की बात कहीं । बिश्नोई धर्म प्रचारक दलीप सिंवर ने गुरु महाराज के बताए हुए नियम एवं शब्दों में जो बातें लिखी है उनको केवल मात्र पढ़े नहीं अपितु दैनिक जीवन लागु करे । पत्रकार राकेश जांगू ने बताया कि 24 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक बिश्नोई मंदिर श्रीगंगानगर में सबदवाणी सगोष्ठी आयोजित की जाएगी जिसमें शब्दों का भावार्थ स्थानीय भाषा में बताया जाएगा एवं सामाजिक कुरीतियां , अन्धविश्वास व भ्रांतियों को दूर किया जाएगा। रिटायर्ड रोडवेज प्रबन्धक भीमसेन गोदारा ने भी पर्यावरण के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किये। इस अवसर पर विभिन सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की गयी व सामाजिक कुरीतियों को त्यागने का संकल्प लिया गया । सगोष्ठी के पश्चात मंदिर परिसर में लगाये हुए पेड़ पौधों को पानी दिया व उनकी सार सम्भाल की गयी । रामकृष्ण विसनोई ने गुरुमहाराज की साखी का वाचन किया । सगोष्ठी में रामकुमार पंवार, बबलू थापन, एड. राजाराम थालोड़, रामगोपाल तरड़, जगदीश सहारण, अध्यापक शुशील सहारण, श्याम लाल भाम्भू , प्रह्लाद सिहाग, ज्ञान जी सहारण, ज्योति बिश्नोई , कलावती बिश्नोई शामिल हुए। अंत में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा श्रीगंगानगर के अध्यक्ष सुभाष कड़वासरा ने सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया गया
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