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Sunday 12 February 2017

बिश्नोई मन्दिर मुकलावा के प्रागंण में शब्दवाणी संगोष्ठी एवं पर्यावरण, वन्य जीव संरक्षण पर परिचर्चा का आयोजन किया गया

संवाददाता
रामकिशन विश्नोई

बिश्नोई न्यूज़ नैटवर्क

श्रीगंगानगर में कल बिश्नोई मन्दिर मुकलावा के प्रागंण में सबदवाणी सगोष्ठी एवं पर्यावरण, वन्य जीव संरक्षण पर परिचर्चा का आयोजन किया गया । संत श्री जयप्रकाश जी के पावन सानिध्य व अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा शाखा श्रीगंगानगर के जिलाध्यक्ष श्री सुभाष कड़वासरा की अध्यक्षता में आयोजित इस संगोष्ठी में वर्तमान समय में जम्भवाणी की आवश्यकता और महत्व विषय पर गहन चर्चा की । इस अवसर पर रामगोपाल तरड़ ने गुरु जाम्भोजी के अमृतमयी सबदों की व्याख्या करते हुए कहा कि हमें सबदवाणी के अनुसार केवल एक निर्गुण , निराकार विष्णु की उपासना करनी चाहिए । हंसराज थोरी ने समाज में व्याप्त कुरीतियों , अन्धविश्वास , पाखण्ड, ढोंग, देखा-देखी परम्परा व बहुदेववाद को त्यागने पर जोर दिया । धर्म प्रचारक हनुमान बागड़ीया ने सबदवाणी के सबदों में निहित शिक्षाओं को समझाते हुए उन पर गहरा मनन कर उनकों अपने जीवन में सामहित करने को कहा। अश्वनी तरड़ ने सबदवाणी के पर्यावरणीय पक्ष को उजागर करते हुए हरे पेड़ो को न काटने व वन्य जीवों का संरक्षण करने का अनुरोध किया । राधेश्याम सांवक ने जाम्भोलाव तालाब की महिमा बताई और वर्तमान आधुनिक युग में हो रहे वायु प्रदुषण को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में पेड़ लगाकर पर्यावरण संतुलन बनाए रखने की अपील की । पूर्व अध्यापक श्री कृष्ण कड़वासरा ने कहा कि सबदवाणी की शिक्षाओं को हमें गुरु जाम्भोजी के बताये अनुसार सर्वप्रथम स्वयं पर लागू करनी चाहिए क्यूकि गुरुजी ने कहा कि पहले क्रिया आप कमाइए, इसीसे आत्मकल्याण होगा। छोटी बच्चीयों दिशा और प्रतिज्ञा ने सबदवाणी के सबदो को बड़े ही अच्छे तरीके से उच्चारित किया इस पर उपस्थित लोगों ने तालियाँ बजाकर  उनकी हौसला अफजाई की। अंत में संत श्री जयप्रकाश जी ने आशीर्वचन करते हुए सबदवाणी के आध्यात्मिक पक्ष से अवगत कराया तथा मोक्ष प्राप्ति हेतु विसन स्मरण तथा सुकृत करने हेतु कहते हुए सभी को आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम में मुकलावा  मन्दिर के प्रधान राजेन्द्र भादू , मन्दिर कमेटी के सर्वश्री पृथ्वीराज धतरवाल , सुरेन्द्र कड़वासरा सहित सर्वश्री मनोहर कड़वासरा, कुन्दनलाल भादू, रायसाहब थालोड़, अर्जुन माल, श्रवण डारा, फुसाराम सिल्क सहित काफी संख्या में महिला- पुरुष, युवा और बच्चे उपस्थित थे । उपस्थित समाज के स्थानीय लोगों ने इस प्रकार की सगोष्ठी भविष्य में नियमित आयोजित करने का आग्रह किया। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक मसलों पर विचार-विमर्श किया । कार्यक्रम मंच संचालन करते हुए श्री सुभाष कड़वासरा ने जम्भवाणी को अपनाने और नशावर्ती से दूर रहने का आग्रह किया तथा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ ही दिनों-दिन बढ़ रहे वन्य-जीव शिकार प्रकरणों, हरे पेड़ो की कटाई पर रोक लगाने हेतु समाज को एकजुट होने की बात कही और अंत में उन्होंने सभी आगंतुकों, आयोजकों को धन्यवाद दिया

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